किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है?

नींद की अधिकता, जिसे हाइपरसोमनिया भी कहा जाता है, कई कारणों से हो सकती है, और इनमें से एक प्रमुख कारण विटामिन की कमी हो सकती है। मुख्यतः विटामिन D, B12, और फोलेट (विटामिन B9) की कमी नींद की अधिकता से जुड़ी हो सकती है।

विटामिन D की कमी

विटामिन D, जिसे 'सनशाइन विटामिन' भी कहा जाता है, हमारे शरीर में सूर्य के प्रकाश से उत्पन्न होता है और कुछ खाद्य पदार्थों से प्राप्त होता है। विटामिन D की कमी से नींद की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है कि विटामिन D की कमी से नींद की गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ता है, और इसकी कमी से दिन में अधिक नींद आने की समस्या हो सकती है।

कारण और लक्षण:

  • अपर्याप्त सूर्य प्रकाश: विटामिन D का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत सूर्य की किरणें हैं। जो लोग पर्याप्त सूर्य प्रकाश में नहीं जाते, उनमें विटामिन D की कमी होने की संभावना अधिक होती है।
  • थकान और ऊर्जा की कमी: विटामिन D की कमी से थकान और ऊर्जा की कमी होती है, जिससे व्यक्ति को दिन में ज्यादा नींद आ सकती है।

विटामिन B12 की कमी

विटामिन B12 शरीर के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आवश्यक है, जैसे कि लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण और तंत्रिका तंत्र का सही कार्य करना। विटामिन B12 की कमी से भी नींद की अधिकता हो सकती है।

कारण और लक्षण:

  • शाकाहारी भोजन: विटामिन B12 मुख्यतः मांस, मछली, और डेयरी उत्पादों में पाया जाता है। शाकाहारी और विशेषकर वेगन लोगों में इस विटामिन की कमी होने की संभावना अधिक होती है।
  • मेगालोब्लास्टिक एनीमिया: विटामिन B12 की कमी से मेगालोब्लास्टिक एनीमिया हो सकता है, जिससे अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होती है, और नींद की अधिकता हो सकती है।
  • न्यूरोलॉजिकल समस्याएँ: विटामिन B12 की कमी से तंत्रिका तंत्र पर असर पड़ता है, जिससे मानसिक थकावट और नींद की समस्या हो सकती है।

फोलेट (विटामिन B9) की कमी

फोलेट, या विटामिन B9, भी शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों में शामिल है, विशेष रूप से डीएनए संश्लेषण और मरम्मत में। इसकी कमी भी नींद की अधिकता का कारण बन सकती है।

कारण और लक्षण:

  • अपर्याप्त आहार: हरी पत्तेदार सब्जियाँ, फल, नट्स, और बीजों में फोलेट पाया जाता है। इन खाद्य पदार्थों का कम सेवन फोलेट की कमी का कारण हो सकता है।
  • एनीमिया: फोलेट की कमी से भी मेगालोब्लास्टिक एनीमिया हो सकता है, जिससे थकान और नींद की अधिकता हो सकती है।
  • अवसाद: फोलेट की कमी से मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर का स्तर प्रभावित होता है, जिससे अवसाद और नींद की समस्याएँ हो सकती हैं।

विटामिन की कमी से नींद की अधिकता का प्रबंधन

यदि आपको लगता है कि विटामिन की कमी से नींद की अधिकता हो रही है, तो निम्नलिखित उपायों पर विचार करें:

  • संतुलित आहार: विटामिन D, B12, और फोलेट युक्त आहार लें। जैसे कि मछली, अंडे, डेयरी उत्पाद, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, और फलों का सेवन करें।
  • सूर्य प्रकाश: पर्याप्त सूर्य प्रकाश में समय बिताएं। सुबह के समय में धूप में 15-20 मिनट रहना विटामिन D के स्तर को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
  • सप्लीमेंट्स: डॉक्टर की सलाह पर विटामिन D, B12, और फोलेट सप्लीमेंट्स लें।
  • स्वास्थ्य जांच: नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाएं ताकि विटामिन की कमी का पता चल सके और समय रहते उपचार किया जा सके।

निष्कर्ष

विटामिन D, B12, और फोलेट की कमी से नींद की अधिकता हो सकती है। संतुलित आहार, पर्याप्त सूर्य प्रकाश, और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्स लेना इस समस्या के समाधान में सहायक हो सकते हैं। यदि आपको लगातार नींद की अधिकता की समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है ताकि सही निदान और उपचार किया जा सके।

किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है? किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है? Reviewed by Sagar Kumar on Monday, May 20, 2024 Rating: 5

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